गुरुवार, 4 जून 2015

दरभंगा डायरी-2 (Darbhanga dayri)

हेलबरी कॉलेज कि स्थापना १८०६ ई० में लन्दन से बारह  मील उत्तर हेटफोर्ट के निकट हुई  थी. इसकी स्थापना ईस्ट इंडिया कंपनी मे नियुक्त होने वाले सिविल सर्वेन्ट्स के लिए हुई थी. १८०६ से १८५७ तक कई मशहूर प्रसाशकों  ने यंहा प्रशिक्षण लिया. इस प्रथम आई. सी. एस  प्रशिक्षण संस्थान में माल्थस और सर जेम्स स्टीफेंस जैसे शिक्षक थे.
                    सेठ गुलाम हैदर फारसी के विद्वान थे. इन्हें जब इस कॉलेज के बारे मे जानकारी हुई तो १८०६ ई० मे लन्दन पँहुचे . यह वह दौर था जब इंग्लैंड में पर्सियन शिक्षक की माँग थी. भारत आने वाले उत्साही सैनिक व्यापारी के लिए पर्सियन भाषा का ज्ञान एक आवश्यक शर्त थी. पर्सियन जानने और न जानने वालों में वेतन का भी अंतर था. यदि वे इंग्लैंड से पर्सियन सीखकर नहीं आते तो उन्हें भारतीय मुंशी से ट्यूशन लेनी पड़ती थी इसके लिए उन्हें ट्यूशन भत्ता मिलता था.
                                      सेठ गुलाम हैदर ने लन्दन पंहुचकर    हेलबरी कॉलेज में पर्सियन राइटर मास्टर के लिए आवेदन दिया . इन्हें २०० पौंड सालाना वेतन  पर यंहा  शिक्षक नियुक्त कर लिया गया.


( गुलाम हैदर साहब का दुर्लभ रेखाचित्र )
 इस कॉलेज के प्रथम भारतीय शिक्षक होने का गौरव  सेठ गुलाम हैदर को है . शायद ही दरभंगा मे कोई यह जनता होगा कि  सेठ गुलाम हैदर दरभंगा के थे. 

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